
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विश्वासमत के दौरान पाला बदलने वाले कांग्रेस विधायक मुरारी प्रसाद गौतम ने बुधवार को विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव ने उनका त्यागपत्र तुरंत स्वीकार कर लिया। इसके साथ ही कांग्रेस विधायकों की सूची से भी गौतम का नाम हटा दिया गया है।
गौतम ने बताया कि वे आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर मैदान में उतरेंगे। भाजपा नेतृत्व से उन्हें इसकी सहमति मिल चुकी है।
गौरतलब है कि 2020 के विधानसभा चुनाव में गौतम ने जदयू उम्मीदवार ललन पासवान को 18 हजार से अधिक मतों से हराकर जीत दर्ज की थी। बाद में 2022 में बनी महागठबंधन सरकार में वे मंत्री भी बने।
विश्वासमत के दौरान कांग्रेस के रुख से अलग जाकर उन्होंने सरकार के पक्ष में मतदान किया था। इसी के बाद कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर उनकी सदस्यता समाप्त करने की मांग की थी, लेकिन अध्यक्ष की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई।
अब जबकि वर्तमान विधानसभा का कोई सत्र नहीं होने वाला है, गौतम ने स्वयं विधानसभा की सदस्यता से त्याग पत्र दे दिया है। इस त्यागपत्र के बाद एडीए में चेनारी विधानसभा सीट अब भाजपा के खाते में आ गई है।